UPPSC: उत्तर प्रदेश लोक सेवा आयोग

उत्तर प्रदेश लोक सेवा आयोग परीक्षा

 यू.पी.पी.सी.एस  परीक्षा को ‘सम्मिलित राज्य/प्रवर अधीनस्थ सेवा परीक्षा (सामान्य चयन/विशेष चयन)’ के नाम से भी जाना जाता है। वर्तमान में यह उत्तर प्रदेश लोक सेवा आयोग (यू.पी.पी.एस.सी.) द्वारा आयोजित सर्वाधिक लोकप्रिय परीक्षा है। इस परीक्षा की प्रकृति एवं प्रक्रिया संबंधी विस्तृत विवरण नीचे दिया गया है। हम यह सुनिश्चित करते हैं कि भारत के किसी  भी क्षेत्र में रहते हुए कोई भी अभ्यार्थी सिविल सेवा परीक्षा की तैयारी को अपनी सहूलियत के अनुसार शुरु कर सकें और साथ ही अपने घर परिवार के साथ रहते हुए दिल्ली के अनुभवी शिक्षकों के मार्गदर्शन में अपने लक्ष्य को प्राप्त कर सकें। धाता आईएएस का प्रबंधन Experts की एक टीम द्वारा किया जाता है, जिनके पास बहुत अच्छा अनुभव है और वे सिविल सेवा परीक्षा\ उत्तर प्रदेश संघ  लोक सेवा  परीक्षा  की बारीकियों को जानते हैं और अभ्यार्थियों को  परीक्षा में सफलता के लिए मार्गदर्शन करने में मदद करते है|

1. उत्तर प्रदेश लोक सेवा आयोग द्वारा आयोजित परीक्षा में सफलता सुनिश्चित करने के लिये उसकी प्रकृति के अनुरूप उचित एवं गतिशील रणनीति बनाने की आवश्यकता है। यह वह प्रथम प्रक्रिया है जिससे आपकी आधी सफलता प्रारंभ में ही सुनिश्चित हो जाती है।

2. ध्यातव्य है कि यह परीक्षा सामान्यतः तीन चरणों ( प्रारंभिक, मुख्य एवं साक्षात्कार ) में आयोजित की जाती है जिसमे प्रत्येक चरण में पहुँचाने के लिए उससे पूर्व के चरण में सफल होना आवश्यक है |

3. इन तीनो चरणों की परीक्षा की प्रकृति एक-दुसरे से भिन्न होती है | अतः प्रत्येक चरण में सफलता सुनिश्चित करने के लिए अलग- अलग रणनीति बनाने की आवश्यकता होती है |

4. इस परीक्षा में सफल अभ्यर्थियों ने नियमित अध्ययन को अपनी सफलता का मूलमंत्र माना है, अत: अपनी नियमित दिनचर्या से 5-6 घंटे का समय अध्ययन के लिये निकालना उचित होगा। यदि समसामयिक घटनाओं एवं रिवीज़न के लिये भी 1-2 घंटे का समय देते हैं, तो काफी बेहतर स्थिति में रहेंगे।

5. यू.पी.पी.सी.एस. की मुख्य परीक्षा की प्रकृति लिखित (वर्णनात्मक) होने के कारण इसकी तैयारी की रणनीति प्रारंभिक परीक्षा से अलग होती है। इसलिये यह आवश्यक हो जाता है कि सभी विषयों पर अवधारणात्मक एवं विश्लेषणात्मक जानकारी सुदृढ़ करते हुए समग्र रणनीति बनाई जाए।